अक्सर देखा है मैंने,
जो चीज़ इन्सान की सोच से उपर होती है,
या जो चीज़
इंसान के माहोल से अलग होती है
वह उसपर या तो हस्ता है,
या उस चीज़ को IGNORE कर देता है..
पर उसको समझने का प्रयास
एक समझदार इन्सान ही करता है। - Your Sekhon
THOUGHT OF LIFE
Reviewed by Emotions Of Poet
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June 22, 2017
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